मरू विकास कार्यक्रम :-
प्रारंभ :- 1977-7811 जिलो मे प्रांरभ
सम्मलित क्षेत्र :- यह कार्यक्रम वर्तमान मे राज्य के 16 जिलो - अजमेर , बाडमेर, बीकानेर, चुरू, हनुमानगढ, जयपुर, जैसलमेर, जालौर, झुंझनु, जोधपुर, नागौर, पाली, राजसंमद, सीकर, सिरोही व उदयपुर के 85 विकास खंडो मे लागु है
उद्देश्य :- मरूस्थलीकरण की प्रक्रिया को रोकना, प्रभावित क्षेत्रो मे पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखना, और उन क्षेत्रो मे भुमि की उत्पादकता और जल संसाधनो मे वृद्वि करना
वित पोषण :- केंद्र सरकार द्वारा 75 प्रतिशत व राज्य सरकार के द्वारा 25 प्रतिशत का योगदान
मरूगोचर योजना :-
प्रारंभ :- 2003-2004
सम्मलित क्षेत्र :- 10 मरू जिले - बीकानेर, बाडमेर, चुरू, जालोर, जैसलमेर, झुझंनु, जोधपुर, पाली, नागौर, एंव सीकर
उद्देश्य :- योजना मे शामिल मरूस्थलीय जिलो मे पारम्परिक जल स्त्रोतो की बहाली तथा सुखा रक्षण के अन्य प्रभावित उपाय करना
वित पोषण :- केंद्र 75 प्रतिशत व राज्य का 25 प्रतिशत
राष्ट्रीय सम विकास योजना :-
प्रारंभ :- 10 वीं पंचवर्षीय योजना के अंतर्गत
सम्मलित क्षेत्र :- बाँसवाडा, डूँगरपुर, एंव झालावाड
सीमावर्ती क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम , मरू प्रसार रोकना योजना, सुखा संभावित क्षे़त्र कार्यक्रम
मरुभूमि परियोजना |