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वीर बिग्गाजी , फत्ताजी , भूरिया बाबा , पन्नराज जी , देव बाबा व अन्य लोकदेवता

वीर बिग्गाजी

  • जाखड़ समाज के कुलदेवता बिग्गाजी का जन्म बीकानेर के रीड़ी गाँव में हुआ। इनके पिता राव महन जाट और माता सुल्तानी देवी थी।
    वीर बिग्गाजी जी लोकदेवता राजस्थान जीके

  •  बिग्गाजी गौ रक्षार्थ मुस्लिम लुटरों से लड़ते हुए शहीद हुए। बीकानेर की श्री डूंगरपुर तहसील के बिग्गा गांव में इनका मेला भरता है।

फत्ताजी 

  •  साँथू (जालौर) में फत्ताजी का विशाल मंदिर है जहाँ प्रतिवर्ष भाद्रपद शुक्ला नवमी को मेला भरता है। 
  •  फत्ताजी साँथू गाँव की लुटेरों से रक्षा करते हुए शहीद हुए थे।

भूरिया बाबा

गोडवाड़ अंचल में मीणा जनजाति के आराध्य देवता गौतम ऋषि या गौतमेश्वर को भूरिया बाबा के नाम से जानते हैं।
 पोसालिया गाँव (सिरोही) में प्रतिवर्ष भूरिया बाबा का मेला भरता है जहाँ मीणा युवक दुल्हन पसन्द करते हैं 

 केसरिया कुँवर

 केसरिया कुँवर गोगाजी के पुत्र थे। इनका भोपा सर्पदंश का इलाज करता है। ददरेवा (चूरू) इनका प्रमुख है।

पन्नराज जी

  • जैसलमेर के नगा गाँव में जन्में पनराजजी मुस्लिम लुटेरों से गायें छुड़ाते हुए वीरगति को प्राप्त हुए।
  • जैसलमेर के पनराजसर गाँव में प्रतिवर्ष दो बार इनका मेला भरता है।

 देव बाबा

  • भरतपुर जिले के नगला जहाज गाँव में देवबाबा का मंदिर है, जहाँ प्रतिवर्ष दो बार मेला भरता है।
  •  देव बाबा मेवात अंचल में ग्वालों के देवता के रूप में विख्यात हैं।

डूँगजी - जवारजी 

 बठोठ-पाटोदा गाँव (सीकर) में जन्में चाचा-भतीजा डूंगजी-जवारजी कच्छवाह वंशीय राजपूत थे 
 डूगजी-जवारजी अंग्रेज छावनियों और धनवानों को लूटकर गरीबों में धन बाँटते थे। वे शेखावाटी में लोकदेवता  के रूप में प्रसिद्ध हुए।

Veer Biggaji

  • The Kuldevta of Jakhar Samaj, Biggaji was born in Reedi village of Bikaner. His father was Rao Mahan Jat and mother was Sultani Devi.
  •  Biggaji was martyred while fighting Muslim robbers for cow protection. Their fair fills in Bigga village of Sri Dungarpur tehsil of Bikaner.

Fataji

  •  There is a huge Fattaji temple in Santhu (Jalore) where every year a fair is held on Bhadrapada Shukla Navami.
  •  Fataji Santhu was martyred while protecting the village from robbers.

Bhuria Baba

  • The deity of the Meena tribe in Godwad region is known as Gautam Rishi or Gautameshwar as Bhuria Baba.
  •  In Posalia village (Sirohi) every year Bhuria Baba's fair is organized where Meena youths like brides.

 Kesaria Kunwar

 Kesaria Kunwar was the son of Gogaji. His Bhopa treats snakebites. Dadreva (Churu) is their chief.

Panraj ji

  • Born in Naga village of Jaisalmer, Panrajji attained Veergati while rescuing cows from Muslim robbers.
  • In the village of Panrajsar in Jaisalmer, their fair is held twice every year.

dev baba

  • There is a temple of Devbaba in Nagla Jahaar village of Bharatpur district, where a fair is held twice every year.
  •  Dev Baba is known as the God of cowherds in the Mewat region.

Doongji - Jawarji

  •  Born in Bathoth-Patoda village (Sikar) uncle-nephew Dungji-Jawarji were Rajputs of Kachwaha descent.
  •  Dooji-Jawarji used to rob the British cantonments and the rich and distribute money among the poor. He became famous as Lokdevata in Shekhawati.