स्थलाकृति-अजमेर अरावली पर्वतों की उपत्यका में स्थित है। यहाँ नाग पहाड़ प्रसिद्ध है जिससे लूनी नदी का उद्गम हआ है। पूर्वी भाग बनास द्वारा बनाये गये मैदानी भाग से बना है। यहाँ की तारागढ़ की चोटी सबसे ऊँची चोटी है जो 870 मीटर ऊँची है।
- गाय की गीर नस्ल के लिये प्रसिद्ध है। इसे अजमेरी या रैण्डा भी कहते हैं।
- पुष्कर पशु मेला गीर नस्ल के लिये प्रसिद्ध है और यह राज्य का सबसे बड़ा पशु मेला है।
- यह मेला कार्तिक मास में भरता है।
- रामसर में बकरी प्रजनन एवं चारा अनुसंधान केन्द्र स्थित है। यहाँ गीर गाय व मुर्रा नस्ल की भैंस प्रजनन का केन्द्र भी है।
- अजमेर में राजकीय मुर्गी पालन प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित है।
- अजमेर में डेयरी संयंत्र और ब्यावर तथा विजयनगर में अवशीतन केन्द्र स्थित है।
- ब्यावर के समीप नरबड़ खेड़ा में रीको द्वारा वूलन कॉम्पलैक्स की स्थापना प्रस्तावित।
- देश की पहली व विश्व की सबसे बड़ी गैस पाइप लाइन 'जामनगर-लोनी गैस पाइप' के लिए बूस्टर नसीराबाद के निकट गोदरी गाँव में लगाया गया है।
- अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड-राज्य के 10 जिलों यथा-झुंझुनूं, सीकर, नागौर, अजमेर, भीलवाड़ा, राजसमंद, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर एवं बाँसवाड़ा में विद्युत वितरण का कार्य करती है।
- जेठाना- यहाँ एशियाई विकास बैंक की सहायता से 600 मेगावाट का पॉवर ग्रिड स्टेशन स्थापित किया गया है।
- हिन्दुस्तान मशीन टूल्स (केन्द्र सरकार का उपक्रम) :- इसकी स्थापना चेकोस्लोवाकिया के सहयोग से 1967 में चाचियावास में की गई है। यह देश की छठी इकाई है।
- सूती वस्त्र उद्योग (ब्यावर)- द कृष्णा मिल्स लि. (1889), एडवर्ड मिल्स लि. (1906), श्री महालक्ष्मी मिल्स लि. (1925)।
- संगमरमर उद्योग (किशनगढ़)।
- औद्योगिक बस्तियाँ- एचएमटी औद्योगिक क्षेत्र, पर्वतपुरा-माखुपुरा औद्योगिक क्षेत्र। श्रीसीमेंट (ज्यावर), राजश्री सीमेन्ट (ब्यावर)।
दर्शनीय स्थल
- डॉ. दशरथ शर्मा के अनुसार 12वीं शताब्दी के आरम्भ में अजयराज चौहान ने इस दुर्ग का निर्माण करवाया, जो अजयमेरू दुर्ग अथवा गढ़ बीठली के नाम से जाना जाता था। कालान्तर में रायमल सिसोदिया के पुत्र पृथ्वीराज ने अपनी पत्नी तारादेवी के नाम पर इस दर्ग का नाम तारागढ़ कर दिया। यह दुर्ग अढाई दिन के झोंपडे के पीछे स्थित पहाड़ी पर 700 फीट की ऊँचाई पर स्थित है। इसे 'राजस्थान का जिब्राल्टर' भी कहा जाता है।
- इसका विस्तार दो मील के घेरे में है। 17वीं शताब्दी में शाहजहाँ के एक सेनापति गौड़ राजपूत बीठलदास द्वारा इस किले की मरम्मत कराई गई थी। किले के अन्दर पानी के पाँच कण्ड तथा बाहर की ओर झालरा है। गढ में सबसे ऊँचे स्थान पर निर्मित मीर साहब की दरगाह दर्शनीय है। यह दरगाह तारागढ़ के प्रथम गवर्नर मीर सैय्यद हुसैन खिंगसवार की है।
मेयो कॉलेज-
- अजमेर के नाग पर्वत एवं पुष्कर शहर के मध्य अर्द्धचन्द्राकार में पुष्कर सरोवर फैला हुआ है। इस सरोवर पर 52 घाट बने हुए हैं, जिनमें वराहघाट, ब्रह्मघाट और गौ घाट सर्वाधिक पवित्र माने गये हैं। 1809 ई. में मराठा सरदारों ने इसका पुनर्निर्माण करवाया था। इसी स्थान पर गुरु गोविन्द सिंह ने 1705 ई. में गुरुग्रन्थ साहब पाठ किया था। 1911 ई. में ब्रिटिश महारानी मेरी जब भारत आई तो उसने इस सरोवर के किनारे महिलाओं के लिए पृथक् से घाट का निर्माण करवाया।
- इसी स्थान पर महात्मा गाँधी की अस्थियाँ प्रवाहित की गई, तब से इसे गाँधी घाट कहा जाने लगा। यहाँ के अन्य घाटों में इन्द्रघाट, महादेव घाट, विश्राम घाट, बद्रीघाट, गणगौर घाट, रामघाट, चीर घाट, जनक घाट, यज्ञ घाट, ब्राह्मण घाट, परशुराम घाट तथा सप्तऋषि घाट प्रमुख हैं।
अन्य स्मरणीय तथ्य
- 28 मई, 2013 को अजमेर को देश का पहला स्लम फ्री (झुग्गी-झोपड़ी मुक्त) शहर घोषित किया गया है।
- तिलोनिया में प्रसिद्ध समाजसेवी दम्पत्ति अरुणाराय एवं बंकर राय ने ग्रामीण क्षेत्रों में आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने एवं सामाजिक स्तर सुधारने में उल्लेखनीय योगदान के लिए बेयरफुट कॉलेज की स्थापना की है। इस कॉलेज को उल्लेखनीय योगदान के लिए दस लाख डॉलर का एलकान पुरस्कार दिया गया है। यह स्मरण रहे कि अरुणाराय को सूचना के अधिकार के लिए रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। अजमेर जिले का यह गाँव पेचवर्क के लिए चर्चित है। पेचवर्क में विविध रंग के कपड़ों को विविध डिजाइनों में काटकर कपड़े पर सिलाई की जाती है।
- अजमेर शहर के निकट स्थित छोटा सा रेलवे स्टेशन दौराई उत्तर-पश्चिम रेलवे का प्रसिद्ध सूखा बन्दरगाह बन गया है।
- ' कानपुरा के ग्रामीणों से अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने भारत प्रवास (6-9 नवम्बर,2010) के दौरान मुम्बई से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की, जो सेंट-जेवियर कॉलेज, मुम्बई से की थी। यहाँ ई-गर्वनेंस योजना मूर्त रूप में विद्यमान है। कानपुरा अजमेर में पीसांगन पंचायत समिति के निकट है।
- किशनगढ़ के गूंदोलाव तालाब के निकट स्थित केहरीगढ़ किले को अब हैरिटेज होटल बनाया गया है। इस किले के आन्तरिक भाग को जीवरक्खा कहते हैं।
- एम.डी.एस. यूनिवर्सिटी, अजमेर में 'नेचुरल हिस्ट्री म्यूजियम' प्रस्तावित।
- अजमेर ई जिला घोषित-केन्द्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने अजमेर जिले को ई-जिला घोषित किया। इस जिले के लिए केन्द्र सरकार राज्य सरकार को 6.42 करोड़ रुपए उपलब्ध कराएगी। केन्द्र सरकार की ई जिला परियोजना का उद्देश्य स्थानीय प्रशासन को सहयोग करना है।
- किशनगढ़ में केन्द्रीय विश्वविद्यालय-अजमेर जिले में किशनगढ़ के पास बांदरसिंदरी में केन्द्रीय विश्वविद्यालय स्थित है।
- मेयो कॉलेज (1875)
- महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय-1987
- अजमेर में अल्पसंख्यक विश्वविद्यालय खोला जाना प्रस्तावित है।