जालोर जिला
क्षेत्रफल :- 10,640 वर्ग किमी. English translation bottom
प्राचीन नाम :- स्वर्ण गिरी, जाबिलपुर
भौगोलिक उपनाम :- ग्रेनाइट सिटी
मिटृ :- रेतीली और काछारी मिटृ
नदियां :- लुनी, जवाई , सूकडी, खारी बावडी तथा सागी
दर्शनीय स्थल :-
1 जालौर का किला :-
यह दुर्ग नगर के दक्षिण मे स्थित है इसे सुवर्णगिरी दुर्ग के नाम से भी जाना जाता है इसे परमार राजपुतो द्धारा बनवाया गया यहाँ पर 4 वैष्णव, 5 जैन मंदिर तथा मलिकशाह नामक प्रसिद्ध मुस्लिम संत का मकबरा स्थित है दुर्ग मे प्रवेश करने के लिए 4 दरवाजे है जो सुरजपोल, धु्रवपोल, चाँदपोल, सिखौल के नाम से जाने जाते हैं
2 तोपखाना
जिसे वर्तमान में तोपखाने के नाम से जाना जाता है वह परमार राजभोज द्वारा निर्मित संस्कृत पाठशाला थी।
3 सुंधामाता का मंदिर
अरावली पर्वत श्रृंखला में 1400 फुट की ऊँचाई पर चामुण्डा माता का मंदिर स्थित है। यहाँ वर्षभर झरना बहता है। इस ऐतिहासिक तीर्थ पर सुंधामाता रोप वे उल्लेखनीय है।
4 भीनमाल का वराह मंदिर
जालौर से 72 किमी दूर भीनमाल के रास्ते में वराह श्याम का मंदिर स्थित है।
5 आशापुरा मंदिर
इस मंदिर का वर्तमान नाम महोदरी मंदिर है जिसे आशापुरा मंदिर के नाम से जाना जाता था। यह माता चौहानों की कुल देवी हैं।
6 जगन्नाथ महादेव
अरावली पर्वतमाला में बना यह आश्रम रेत के टीलों से घिरा झरने के किनारे है। यहाँ स्थित शिवलिंग प्राचीन है इसकी सुरक्षा के लिए इसे स्फटिक की प्रस्तर पट्टिकाओं से ढक दिया गया है ताकि जलाघात से बचाया जा सके। शिवरात्रि के अवसर पर यहाँ मेला भरता है।
7 नन्दीश्वर तीर्थ
जालौर की कचहरी के ठीक सामने यह स्थान है जो पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं का आकर्षण केन्द्र है। मन्दिर में बना कीर्तिस्तम्भ कलात्मक एवं दर्शनीय है।
8 सिरे मंदिर
नाथ सम्प्रदाय का यह मनोहारी स्थल जालौर दुर्ग के निकट पहाड़ियों पर है। सिरे मन्दिर का निर्माण राजा मानसिंह ने करवाया था।
9 ओपेश्वर महादेव
यह 13वीं शताब्दी में निर्मित हुआ था। यहाँ भगवान राम ने वनवास काल में रात्रि में विश्राम था।
10 माण्डोली :-
गुरूवर शांति सुरिश्वर का यह सफेद स्फटिक से निर्मित विशाल मंदिर जैन धर्मावलम्बियो के श्रद्धा का केंन्द्र है।अन्य स्मरणीय तथ्य :-
- सांतवीं शताब्दी मे प्रसिद्ध चीनी यात्री हेनसांग ने भीनमाल की यात्रा की थी भीनमाल का प्राचीन नाम श्रीमाल था
- खगोलशास्त्री बहा्रगुप्त की और संस्कृति कवि माघ की जन्मस्थली जालौर मानी जाती है
- पीले रंग के ग्रेंनाइट के भंडार नसौली से प्राप्त हुए है
- सिरोही के मध्य जसंवतपुरा के सुंधामाता क्षेत्र को भालुओ का अभ्यारण घोषित किया गया है
- पथमेडा गाँव मे राष्टी्रय कामधेनू विश्वविधालय स्थित है
Other District Rajasthan :-
English translation
Jalore District
Scenic Spots :-
1 Jalore Fort :-
2 artillery
3 Sundhamata Temple
4 Bhinmal's Varaha Temple
5 Ashapura Temple
6 Jagannath Mahadev
7 Nandishwar Tirtha
8 Sires Temple
9 Opeshwar Mahadev
10 Mandoli :-
Other memorable facts:-
- In the seventh century, the famous Chinese traveler Hensang had visited Bhinmal, the ancient name of Bhinmal was Shrimal.
- Jalore is considered to be the birthplace of the astronomer Baharagupt and the culture poet Magh.
- Yellow colored granite deposits have been obtained from Nasauli
- Sundhamata area of Jaswatpura in the middle of Sirohi has been declared as a sanctuary of bears.
- Rashtriya Kamdhenu University is situated in Pathmeda village.